Skip to main content

Blog57:

"सन्डे स्पेशल हिन्दी ब्लॉग"


सर्दियों का टाइमपास: मूंगफली

सर्दियों में लोग मूंगफली (Peanuts/ Groundnuts) स्वाद और टाइमपास करने के लिए खाते है, लेकिन इनके स्वास्थ्य रक्षक गुणों को नहीं जानते। इसके सेवन से मधुमेह, स्मृति वृद्धि, अवसाद और तनाव दूर करने आदि रोगों  रोकने में भी मददगार है।

 *मूंगफली के फायदे*

जैसा कि हम जानते है, मूंगफली में बहुत सारे पोषक तत्‍व होते है जो हमारे स्‍वास्‍थ के लिए लाभदायक होते है। आइए जाने कि पीनट्स हमारी कौन कौन सी बीमारी को रोकने में मदद करता है।
जिन्‍हें जानकर शायद आप भी इसका नियमित उपभोग करने लगें।
1. मूंगफली शरीर के लिए आवश्यक कई खनिज तत्वों जैसे आयरन, जिंक, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम, सेलेनियम, मैंगनीज, कॉपर का बहुत अच्छा स्रोत होता है।
2. 100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। 250 ग्राम भुनी मूंगफली में 200 ग्राम मीट से भी अधिक  खनिज लवण और विटामिन पाया जाता है।
3. यह शर्करा को संतुलित रखने में मददगार होती है। मधुमेह के रोगी इसका लगभग 40-50 ग्राम तक सेवन कर सकते है। मूंगफली में पाए जाने वाला मैंगनीज नामक तत्व ब्लड शुगर नियंत्रित करता है, शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म तेज करता है।
4. मूंगफली में उपस्थित आयरन  और कैल्शियम की प्रचुर मात्रा रक्‍त में आक्‍सीजन के परिवहन और हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते है। यह आपके शरीर के विकास में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। सर्दी जुकाम से बचाव के लिए हर रोज इसका सेवन करें, इससे शरीर गर्म रहेगा और फेफड़े मजबूत होंगे।
5. मूंगफली प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। इसमें होने वाला अमीनो एसिड शरीर की ग्रोथ के लिए बहुत अच्छा होता है और इसलिए बच्चों के लिए यह बहुत लाभकारी है।
6. यह खराब कोलेस्टेरॉल को कम कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियमित करता है। हृदय रोगी भी स्वस्थ हृदय के लिए इसका सेवन कर सकते है।
7. मूंगफली में एंटीऑक्सीडेंट्स काफी मात्रा में होते हैं जो मूंगफली को उबालने पर और ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। इसमें मौजूद बॉयोनिक-A दो गुना और जेनिस्टइन चार गुना बढ़ जाता है जिससे आपके शरीर में भीतरी साफ सफाई सुचारु और नियमित रुप से होती रहती है।
8. मूँगफली में पाए जाने वाला एक तत्व नियासिन मष्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ाता है, जिससे अल्झाइमर रोग, तंत्रिका तन्त्र के रोर्गों से बचाव होता है।
9. यह फाइबर और एनर्जी से भरपूर होती हैं। वजन कम करने के इच्छुक इसका सेवन करें, तो भूख कम होगी, लेकिन शरीर की एनर्जी बरकरार रहती है
10. अवसाद, तनाव में हैं तो आप इसका मक्खन यानी पीनट बटर अपनी डाइट में शामिल कर सकते है। आप इसे स्नैक के रूप में ले सकते है। मूंगफली में ट्रिपटोफान नामक एमिनोएसिड होता है जोकि मूड सुधारने वाले हार्मोन सेरोटोनिन का स्राव बढ़ाता है। जिससे मूड अच्छा होता है और मन शांत होता है।
11. इसमें मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट पर्याप्‍त मात्रा में होते है। जो पकाने या उबालने के बाद ज्‍यादा सक्रीय होते है। पकाने के बाद जैनिस्‍टीइन में चार गुना वृद्धि होती है और बॉयोनिक-A नामक एंटी-ऑक्‍सीडेंट में दो गुनी वृद्धि होती है। ये त्‍वचा  में होने वाले हानीकारक प्रभावों को रोकने में मदद करता है। जिससे आपकी त्‍वचा स्‍वस्‍थ व निरोगी होती है।
12. महिलाओं की प्रजनन क्षमता को मजबूत बनाने के लिए इसका उपयोग उत्तम है। यह शरीर को ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स प्रदान करता है। गर्भावस्था के दौरान यह भ्रूण को संरक्षण प्रदान करता है। मूंगफली को प्रेंगनेंसी के पहले और शुरुआत में खाना शुरू कर देने से बच्चे में हो सकने वाले गंभीर न्यूरल ट्यूब डीफेक्ट 70 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

*मूंगफली खाने में सावधानियां*

  • सबसे महत्वपूर्ण मूंगफली के सेवन से एलर्जी हो सकती है उन लोगों को इसके इस्तेमाल से बचने की सलाह दी जाती है जिन्हें मूंगफली और मूंगफली उत्पादों से एलर्जी होती है।
  • थाइरोइड रोगियों को मूंगफली सेवन नहीं करना चाहिए इसमें पाए जाने वाला Goitrogens नामक तत्व थाइरोइड ग्रन्थि की प्रक्रिया असंतुलित कर सकता है।
  • मूंगफली एक हाई कैलोरी युक्त बीज है, इसके अधिक सेवन से मोटापा भी हो सकता है, अतः संतुलित मात्रा में ही इसे खाएं।

|आर्टिकल अच्छा लगा तो Share करना न भूलें , जिससे अन्य लोग भी ये जानकारी पढ़ सके|


धन्यवाद!!

Comments

  1. Wow. I love peanuts but itna sara benefits hota hai ni pta thaa.

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular Posts

Blog75:

"सन्डे स्पेशल हिन्दी ब्लॉग"


कमलगट्टा: फायदे और खाने के तरीके

कमलगट्टे का नाम तो आपने सुना ही होगा। कमलगट्टा, कमल का ही फल है, जिसका निर्माण कमल के फूल से ही होता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पूजा-पाठ और मंत्रजाप की माला में प्रयोग किया जाने वाला कमलगट्टा खाने के काम भी आता है। कमल के इस फल में मौजूद बीजों को छीलकर खाया जाता है, जो मूंगफली की तरह होते हैं। यह स्वादिष्ट छोटा सा बीज कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है।   कमलगट्टा, कमल का बीज या कमल नट है जो कमल की प्रजातियों के फल (नेलुम्बो न्यूसीफेरा) से निकलता है। कई लोग मखाना को कमल का बीज कहते हैं लेकिन यह गलत है। मखाना या फॉक्सनट पानी की लिली की एक अलग प्रजाति से संबंधित है जिसे यूरेल फेरॉक्स कहा जाता है। चूंकि दोनों जलीय निवास में बढ़ती प्रजातियों से संबंधित हैं, इसलिए लोग पहचान के साथ भ्रमित होते हैं। दोनों फॉक्स नट्स (या गोर्गन नट्स) और लोटस नट्स खाने योग्य हैं, लेकिन उपयोग अलग है। मखानों को बनाने के लिए फॉक्सनट्स को उच्च ताप पर पॉपअप किया जाता है और जो पॉप नहीं किए जाते हैं उन्हें मखाने का सत्तू बनाया जाता है जो क...

Blog84: Moringa

Moringa  has been used for centuries due to its medicinal properties and health benefits. It also has anti-fungal, antiviral, antidepressant, and anti-inflammatory properties. Moringa also known as Moringa oleifera, it’s drumstick’s leaves powder. Drumsticks are used in sambhar and in curries too. If you follow a vegan lifestyle or a plant based / dairy-free diet then Moringa is the superfood for you. Moringa is an amazing superfood to add into your diet, containing even more nutrients than egg and dairy-based foods, showing that plant power really is best. Moringa are rich in vitamin A, vitamin B1 (thiamine), B2 (riboflavin), B3 (niacin), B-6, folate  and ascorbic acid (vitamin C), calcium, potassium, iron, magnesium, phosphorus, zinc. It is extremely low in fats and contains no harmful cholesterol. It is also contain high level of antioxidants. Hence, now you know it means it’s a great in diabetes, controlling cholesterol, excellent for skin and bones. ...

Blog38:

"सन्डे स्पेशल हिन्दी ब्लॉग"


सर्दियों में शरीर को दे कुछ एक्स्ट्रा

सर्दियों में हम ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेते है, ये सिर्फ हमें बाहर से गर्म रखते है। जबकि सर्दियों में खुद को भीतर से भी गर्म रखना जरूरी है। ठंड में शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है, तो डाइट में हमें उन चीज़ों को शामिल करना चाहिए जो ना ही हमारे शरीर को गर्म रखने के साथ साथ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करें। 1. मौसम के अनुरूप आहार ले। ठंड में प्रोटीन और फाइबर युक्त चीजें ज्यादा खाएं। फल और सब्जियों से भी समझौता ना करे। 2. मेवे तो हम हर मौसम में खा सकते है, पर ठंड में ये और ज्यादा प्रभावी हो जाते है। बादाम, अखरोट, काजू, मुनक्का जैसे सूखे मेवे सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखने का काम करते है। ये बहुत ही पौष्टिक होते है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते है। सर्दियों में सूखे मेवे सुबह लेने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है। आप मेवे का हलवा बना के भी खा सकते है। 3. ठंड के मौसम में शरीर के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है। इससे शरीर को गर्मी मिलती है, अगर आप शाकाहारी है  तो आप अपनी डाइट में मटर, दाल, राजमा, ओट्स, बीन्स, तरह - तरह के बीज, रागी, प...