लिवर को यकृत के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी ग्रंथि है। लिवर का काम शरीर में पित्त का निर्माण करना है। सरल ढंग से इसकी कार्य प्रणाली को कुछ इस ढंग से समझा जा सकता है कि हम जो कुछ भी खाते हैं, वह पहले आंतों में जाता है। वहां मौज़ूद एंजाइम्स भोजन को बारीक कणों में परिवर्तित कर देते हैं। इसके बाद आंतों से यह आधा पचा हुआ भोजन लिवर में जाकर स्टोर होता है। हमारे शरीर का यह महत्वपूर्ण अंग उस केमिकल फैक्ट्री की तरह होता है, जो अधपचे भोजन के बारीक कणों में से पोषक तत्वों को छांट कर अलग करता है और रक्त प्रवाह के साथ सभी विटमिंस और माइक्रोन्यूट्रीएंट्स हमारे उन अंगों तक पहुंचते हैं, जहां उनकी ज़रूरत होती है। यह उन विषैले तत्वों को अलग करता है, जो पानी में घुलनशील होते हैं। फिर यह उन्हें किडनी में भेज देता है।
इस तरह वे हानिकारक तत्व यूरिन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा जो अवशेष पानी में घुलने के योग्य नहीं होता, वह लिवर से मलाशय में चला जाता है और स्टूल के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है। इतना ही नहीं, हम जो भी दवाएं खाते हैं, लिवर उसके विषैले तत्वों को निष्क्रिय करने का भी काम करता है। यह रक्त में फैट, अमीनो एसिड और ग्लूकोज़ के स्तर को नियंत्रित रखता है और शरीर को इन्फेक्शन और हैमरेज से भी बचाता है।
लिवर हमारे शरीर के प्रमुख अंगो में से एक है। ज्यादा वसायुक्त खाने से, ज्यादा शराब पीने और अन्य कई वजहों से ये दूषित हो जाता है। कई ऐसे खाद्य पदार्थ है, जो स्वाभाविक रूप से लिवर को साफ करते है।
नींबू
नींबू भी लिवर को साफ करने में मदद करता है जिसका श्रेय इसमें निहित डी-लिमोनेने नामक एक तत्व को जाता है। यह लिवर की कोशिकाओं को सक्रिय कर देता है जो लिवर को डीटोक्सीफाय करने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन सी भी उच्च मात्रा में निहित होता है जो लिवर को पाचन क्रिया का समर्थन देने के लिए एन्ज़ाइम्स का उत्पादन करने में मदद करता है। यह लिवर द्वारा खनिज के अवशोषण को भी बढ़ावा देता है।
नींबू
नींबू भी लिवर को साफ करने में मदद करता है जिसका श्रेय इसमें निहित डी-लिमोनेने नामक एक तत्व को जाता है। यह लिवर की कोशिकाओं को सक्रिय कर देता है जो लिवर को डीटोक्सीफाय करने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन सी भी उच्च मात्रा में निहित होता है जो लिवर को पाचन क्रिया का समर्थन देने के लिए एन्ज़ाइम्स का उत्पादन करने में मदद करता है। यह लिवर द्वारा खनिज के अवशोषण को भी बढ़ावा देता है।
हरी सब्जियां
हरी और पत्तेदार सब्जियां लिवर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। इनमें मौजूद क्लोरोफिल लिवर में मौजूद खतरनाक रसायनों के प्रभाव को कम करता है।
चुकंदर और गाजर
ये दोनों ही फ्लेवोनॉयड और बीटा कैरोटिन से समृद्ध होते हैं। इन्हें खाने से लिवर की कोशिकाओं की मरम्मत होती है और वह ठीक से अपना कार्य करती है।
ब्रॉकली
यह विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती है। इनमें ग्लूकोसिलीनोलेट्स मौजूद होते हैं। ये तत्व लिवर में एंजाइम पैदा करते हैं, जिनकी मदद से लिवर की गन्दगी बाहर निकल जाती है।
हल्दी
हल्दी भी लिवर को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के लिए सर्वोत्तम आहार में से एक है। यह शरीर की वसा को पचाने की क्षमता में सुधार लाती है और लिवर को डीटोक्सीफाय करने में मदद करती है। यह लिवर के क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में भी सहायता करती है। लिवर को स्वस्थ एवं डीटोक्सीफाय करने के लिए - ¼ चम्मच हल्दी पाउडर एक गिलास पानी में मिलाएं और इसे उबाल लें। प्राप्त हल्दी-पानी को कुछ हफ़्ते के लिए दिन में दो बार पियें। इसके अलावा, अपने दैनिक खाना पकाने की प्रक्रिया में भी इस मसाले को शामिल कर सकते हैं।
हल्दी भी लिवर को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के लिए सर्वोत्तम आहार में से एक है। यह शरीर की वसा को पचाने की क्षमता में सुधार लाती है और लिवर को डीटोक्सीफाय करने में मदद करती है। यह लिवर के क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में भी सहायता करती है। लिवर को स्वस्थ एवं डीटोक्सीफाय करने के लिए - ¼ चम्मच हल्दी पाउडर एक गिलास पानी में मिलाएं और इसे उबाल लें। प्राप्त हल्दी-पानी को कुछ हफ़्ते के लिए दिन में दो बार पियें। इसके अलावा, अपने दैनिक खाना पकाने की प्रक्रिया में भी इस मसाले को शामिल कर सकते हैं।
लहसुन
लहसुन में लिवर एंजाइम को एक्टिवेट करने की क्षमता होती है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलवाने में मदद करती है। लहसुन में मौजूद ऐलिसिन और सेलेनियम, लिवर सफाई करने में मदद करते है।
अखरोट
अखरोट में उच्च मात्रा में निहित एमिनो एसिड लिवर को विषाक्त प्रदार्थों से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त अख़रोट में ग्लूटाथिओन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी निहित हैं जो प्राकृतिक लिवर को साफ करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं।
अखरोट में उच्च मात्रा में निहित एमिनो एसिड लिवर को विषाक्त प्रदार्थों से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त अख़रोट में ग्लूटाथिओन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी निहित हैं जो प्राकृतिक लिवर को साफ करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं।
सेब
सेब में मौजूद पेक्टिन नामक तत्व शरीर को शुद्ध और पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता हैै।
एवोकाडो
एवोकाडो में ग्लूटाथोनिन और मोनोसैचुरेटेड फैट मौजूद होता हैै। ये तत्व ना सिर्फ लिवर की सफाई करते है बल्कि उनकी कोशिकाओ और ऊतकों को नया बनाने में मदद करते है।
साबुत अनाज वसा को संतुलित करता है और लिवर की कार्यक्षमता को दुरूस्त रखता है। ब्राउन राइस, मल्टीग्रेन और सोया फ्लोर लिवर के लिए बहुत अच्छा होता हैै।
धन्यवाद्!
Its such a wonderful content that one can't think of moving an inch from the seat without completing it. Its feels like if missed it, will we get it again to read or not? Thx Chitraji for the hard work. Wish you & your family a very Happy & Prosperous New Year 2019. Don't miss out my video: New Year 2019 Resolutions
ReplyDeleteThank You and Happy New to you too..😁
DeleteAlso do check my New Year Resolution Blog ..😊
Thanx..😊