Skip to main content

Blog42:

"सन्डे स्पेशल हिन्दी ब्लॉग"


सर्दी का लड्डू

सर्दियों में मौसम में हर रोज एक मुट्ठी नट्स खाने से आप खुद को दिनभर तरोताजा और एक्‍टिव महसूस करते हैं। नट्स में विशेष तौर पर बादाम, अखरोट, और खजूर का ज्यादा महत्व है। इनके अलावा आप तिल, गुड़, तिसी या अलसी का भी सेवन करके इनके लाभ उठा सकते है। सर्दी के मौसम में खासतौर पर इन सबको मिलाकर लड्‍डू बनाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही फायदेमंद होते हैं। आइए जानते है सर्दियों में सेहत बनाने वाले लड्डू की सरल विधि।

मेवे का लड्डू
सामग्री:
1 कप काजू 
1 कप बादाम
1 कप पिस्ता
1 कप मखाना
1 कप गरी का बारीक पिसा हुआ बूरा
1/4 कप किशमिश
चिरोंजी  – 1/4 कप
शक्कर बारीक पीसी हुई – 1 कप
घी आवश्यकतानुसार
दूध आवश्यकतानुसार
विधि:
सबसे पहले हम एक पैन गैस पर गर्म होने रखेंगे। फिर उसमे बादाम को हल्का सा भूनेंगे और इसे प्लेट में निकाल लेंगे। फिर मखाने को भूनेंगे।
काजू और पिस्ता को भी इसी तरह भूनेंगे।
इन सभी को ठंडा करके मिक्सर में थोड़ा दरदरा पीस लेंगे।
अब एक पैन  में घी डालकर गर्म होने देंगे। अब इसमें पीसे हुए मेवे डालकर कलर बदलने तक भूनेंगे।
फिर इसमें गरी का बारीक पिसा हुआ बूरा, किशमिश, पीसी हुई शक्कर और चिरोंजी भी मिला देंगे अब थोड़ी देर इसे और भूनेंगे।
जब यह ठंडा हो जायेगा तो इसे थोड़ा थोड़ा हाथो में लेकर दबाते हुए लड्डू बना लेंगे।
लड्डू का आकर आपके अनुसार दे सकते है।
यदि आपके लड्डू अच्छे से नहीं बनते है तो आप इसमें थोड़े से दूध के छींटे डाल सकते है इससे लड्डू आसानी से बन जायेंगे।
स्वादिष्ट मेवे के लड्डू बनकर तैयार है।

तिल का लड्डू
सामग्री:
60 ग्राम सफेद तिल
कद्दूकस किया हुआ गुड़ 150 ग्राम
घी आवश्यकतानुसार
विधि:
तिल को बीनकर अच्छी तरह साफ कर लें।
अब गैस पर एक कड़ाही में तिल को सुनहरा होने तक भूनें।
इसके बाद गैस पर एक पैन में आधा कप पानी डालकर गर्म करें और इसमें गुड़ डालकर पिघला दें।
गुड़ सही तरह पक गया है, यह देखने के लिए एक कटोरी में ठंडा पानी लें. पानी में थोड़ा-सा पकता हुआ गुड़ डालें। अगर पानी में गुड़ का बॉल बन जाए तो लड्डू बनाने के लिए परफेक्ट गुड़ पक चुका है। अब गैस बंद कर दें।
अब गुड़ में भुने तिल डालकर मिक्स करें और फिर गुड़-तिल के मिश्रण को हल्का ठंडा कर लें।
इसके बाद हाथ पर घी लगाकर मिश्रण का थोड़ा-थोड़ा भाग लेकर इसके गोल-गोल लड्डू बना लें।
इस तरह पूरे मिश्रण के लड्डू बनाकर तैयार कर लें और डिब्बे में भर लें. फिर जब मन चाहे, इनका स्वाद लें।

गोंद का लड्डू
सामग्री :
ढाई कप उड़द का आटा
150 ग्राम गोंद
500 ग्राम बादाम, खजूर और अखरोट की कतरन
250 ग्राम गरी बूरा
350 ग्राम शकर का बूरा
आधा चम्मच इलायची पाउडर
आधा चम्मच सौंठ पाउडर
शुद्ध घी आवश्यकतानुसार।
विधि :
सबसे पहले गोंद को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर 2-3 घंटे के लिए धूप में रख दें। अब कड़ाही में घी गरम करके सबसे पहले थोड़ा-थोड़ा गोंद डालें। जब वह आकार में फूलकर दुगना हो जाए तब घी से बाहर निकाल लें।
फिर बचे हुए घी में आटा डालें और धीमी आंच पर करीब 15-20 मिनट तक भूनें। अब बादाम, खजूर और अखरोट, सौंठ पावडर को उस कड़ाही में डालकर हल्का-सा सेंक लें। अब सभी तली हुई सामग्री में गरी का बूरा, इलायची और गोंद मिलाकर ठंडा होने के लिए छोड़ दें। मिश्रण ठंडा होने पर इसमें शकर का बूरा मिलाएं और मिश्रण को अच्छी तरह एकसार कर लें।
हाथों में थोड़ा-सा घी लगाकर अपनी पसंद के साइज में छोटे-बड़े जैसे चाहे लड्डू बना लें।

अलसी का लड्डू
सामग्री:
4 कप अलसी
4 कप गेहूं का आटा
500 ग्राम देशी घी
4 कप गुड़
100 ग्राम काजू
100 ग्राम बादाम
1 बड़ा चम्मच पिस्ता
1 बड़ा चम्मच किशमिश
100 ग्राम गोंद
इलायची का पाउडर
विधि:
सबसे पहले अलसी को थाली में डालकर साफ कर लें। मध्यम आंच में कड़ाही में अलसी डालकर भून लें। जब अलसी तड़क जाए तो आंच बंदकर इसे थोड़ी देर तक ठंडा कर लें। फिर मिक्सर में डालकर बारीक पीस लें।
अब उसी कड़ाही में 2 कप घी डालकर गेंहू के आटे में भूरा होने तक भून लें। 
गोंद को बारीक तोड़कर बचे हुए घी में तलें. जब गोंद फूल जाए और हल्का ब्राउन हो जाए तो इसे थाली में निकाल लें. ठंडा होने पर तले हुए गोंद को चकले पर या किसी थाली में बेलन से दबा-दबा और बारीक कर लें.
गोंद तलने के बाद बचे घी में पिसी हुई अलसी डालकर और कड़छी से चलाते हुए धीमी आंच में खुशबू आने तक भून लें फिर थाली में निकाल लें. काजू, बादाम और पिस्ते को छोटे टुकड़ों में काट लें.
कड़ाही में आधा कप पानी और गुड़ डालकर मध्यम आंच में रखें। गुड़ घुलने तक चम्मच से हिलाते रहें और 1 तार की चाशनी बना लें। आंच बंद कर दें। (अगर पानी कम लगे तो धीरे-धीरे और मिला लें)
इसके बाद चाशनी में भुना आटा, भुनी अलसी, काटे हुए मेवे, गोंद और इलाइची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसके हल्का गरम रहने पर हाथ में थोड़ा-थोड़ा मिश्रण लेकर लड्डू बना लें। अलसी का लड्डू तैयार है।

आप दिनभर  में  1-2 लड्डू  का सेवन कर सकते है।

धन्यवाद् ।

Comments

Post a Comment

Popular Posts

Blog75:

"सन्डे स्पेशल हिन्दी ब्लॉग"


कमलगट्टा: फायदे और खाने के तरीके

कमलगट्टे का नाम तो आपने सुना ही होगा। कमलगट्टा, कमल का ही फल है, जिसका निर्माण कमल के फूल से ही होता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पूजा-पाठ और मंत्रजाप की माला में प्रयोग किया जाने वाला कमलगट्टा खाने के काम भी आता है। कमल के इस फल में मौजूद बीजों को छीलकर खाया जाता है, जो मूंगफली की तरह होते हैं। यह स्वादिष्ट छोटा सा बीज कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है।   कमलगट्टा, कमल का बीज या कमल नट है जो कमल की प्रजातियों के फल (नेलुम्बो न्यूसीफेरा) से निकलता है। कई लोग मखाना को कमल का बीज कहते हैं लेकिन यह गलत है। मखाना या फॉक्सनट पानी की लिली की एक अलग प्रजाति से संबंधित है जिसे यूरेल फेरॉक्स कहा जाता है। चूंकि दोनों जलीय निवास में बढ़ती प्रजातियों से संबंधित हैं, इसलिए लोग पहचान के साथ भ्रमित होते हैं। दोनों फॉक्स नट्स (या गोर्गन नट्स) और लोटस नट्स खाने योग्य हैं, लेकिन उपयोग अलग है। मखानों को बनाने के लिए फॉक्सनट्स को उच्च ताप पर पॉपअप किया जाता है और जो पॉप नहीं किए जाते हैं उन्हें मखाने का सत्तू बनाया जाता है जो क...

Blog84: Moringa

Moringa  has been used for centuries due to its medicinal properties and health benefits. It also has anti-fungal, antiviral, antidepressant, and anti-inflammatory properties. Moringa also known as Moringa oleifera, it’s drumstick’s leaves powder. Drumsticks are used in sambhar and in curries too. If you follow a vegan lifestyle or a plant based / dairy-free diet then Moringa is the superfood for you. Moringa is an amazing superfood to add into your diet, containing even more nutrients than egg and dairy-based foods, showing that plant power really is best. Moringa are rich in vitamin A, vitamin B1 (thiamine), B2 (riboflavin), B3 (niacin), B-6, folate  and ascorbic acid (vitamin C), calcium, potassium, iron, magnesium, phosphorus, zinc. It is extremely low in fats and contains no harmful cholesterol. It is also contain high level of antioxidants. Hence, now you know it means it’s a great in diabetes, controlling cholesterol, excellent for skin and bones. ...

Blog38:

"सन्डे स्पेशल हिन्दी ब्लॉग"


सर्दियों में शरीर को दे कुछ एक्स्ट्रा

सर्दियों में हम ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेते है, ये सिर्फ हमें बाहर से गर्म रखते है। जबकि सर्दियों में खुद को भीतर से भी गर्म रखना जरूरी है। ठंड में शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है, तो डाइट में हमें उन चीज़ों को शामिल करना चाहिए जो ना ही हमारे शरीर को गर्म रखने के साथ साथ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करें। 1. मौसम के अनुरूप आहार ले। ठंड में प्रोटीन और फाइबर युक्त चीजें ज्यादा खाएं। फल और सब्जियों से भी समझौता ना करे। 2. मेवे तो हम हर मौसम में खा सकते है, पर ठंड में ये और ज्यादा प्रभावी हो जाते है। बादाम, अखरोट, काजू, मुनक्का जैसे सूखे मेवे सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखने का काम करते है। ये बहुत ही पौष्टिक होते है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते है। सर्दियों में सूखे मेवे सुबह लेने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है। आप मेवे का हलवा बना के भी खा सकते है। 3. ठंड के मौसम में शरीर के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है। इससे शरीर को गर्मी मिलती है, अगर आप शाकाहारी है  तो आप अपनी डाइट में मटर, दाल, राजमा, ओट्स, बीन्स, तरह - तरह के बीज, रागी, प...